नवरात्री एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है नौ राते। नवरात्री में माँ दुर्गा की नौ शक्तियों को अलग-अलग रूप में पूजा जाता है। माता के प्रथम रूप को शैलपुत्री, दूसरे रूप को ब्रह्मचारिणी, तीसरे रूप को चंद्रघण्टा, चौथे रूप को कूष्माण्डा, पांचवें रूप को स्कन्दमाता, छठे रूप को कात्यायनी, सातवें रूप को कालरात्रि, आठवें रूप को महागौरी तथा नौवें रूप रूप को सिद्धिदात्री कहा जाता है।
कहा जाता है की जब-जब पृथ्वी पर दानवों का अत्याचार बढ़ा तब-तब माँ दुर्गा ने अपना नया रूप धारण किया। विभिन्न कामनाओं के लिए भक्तगण नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना और पूजन करते हैं। आइए हम बताते हैं आपको मां दुर्गा के नौ रूपों की कथा।