श्री शिव जी की आरती–3

Lord Shiva - भगवान शिव

आरती भगवान श्री भोलेनाथ जी

अभयदान दीजै दयालु प्रभु सकल सृष्टिके हितकारी ।
भोलेनाथ भक्त-दुखगंजन भवभंजन शुभ सुखकारी ॥

दीनदयालु कृपालु कालरिपु अलखनिरंजन शिव योगी ।
मंगल रूप अनूप छबीले अखिल भुवनके तुम भोगी ॥

बाम अंग अति रँगरस-भीने उमा-वदनकी छबि न्यारी ।
भोलेनाथ भक्त-दुखगंजन भवभंजन शुभ सुखकारी ॥

असुर-निकंदन सब दुखभंजन वेद बखाने जग जाने ।
रुण्ड-माल गल व्याल भाल-शशि नीलकंठ शोभा साने ॥

गंगाधर त्रिशूलधर विषधर बाघम्बरधर गिरिचारी ।
भोलेनाथ भक्त-दुखगंजन भवभंजन शुभ सुखकारी ॥

यह भवसागर अति अगाध है पार उतर कैसे बूझै ।
ग्राह मगर बहु कच्छप छाये मार्ग कहो कैसे सूझै ॥

नाम तुम्हारा नौका निर्मल तुम केवट शिव अधिकारी ।
भोलेनाथ भक्त-दुखगंजन भवभंजन शुभ सुखकारी ॥

मैं जानूँ तुम सद्गुणसागर अवगुण मेरे सब हरियो ।
किंकरकी विनती सुन स्वामी सब अपराध क्षमा करियो ॥

तुम तो सकल विश्वके स्वामी मैं हूँ प्राणी संसारी ।
भोलेनाथ भक्त-दुखगंजन भवभंजन शुभ सुखकारी ॥

काम-क्रोध-लोभ अति दारुण इनसे मेरो वश नाहीं ।
द्रोह-मोह-मद संग न छोड़े आन देत नहिं तुम ताँई ॥

क्षुधा-तूषा नित लगी रहत है बढ़ी विषय तृष्णा भारी ।
भोलेनाथ भक्त-दुखगंजन भवभंजन शुभ सुखकारी ॥

तुम ही शिवजी कर्ता हर्ता तुम ही जगके रखवारे ।
तुम ही गगन मगन पुनि पृथिवी पर्वतपुत्रीके प्यारे ॥

तुम ही पवन हुताशन शिवजी तुम ही रवि-शशि तमहारी ।
भोलेनाथ भक्त-दुखगंजन भवभंजन शुभ सुखकारी ॥

पशुपति अजर अमर अमरेश्वर योगेश्वर शिव गोस्वामी ।
वृषभारूढ़ गूढ़ गुरु गिरिपति गिरिजावल्लभ निष्कामी ॥

सुषमासागर रूप उजागर गावत हैं सब नर-नारी ।
भोलेनाथ भक्त-दुखगंजन भवभंजन शुभ सुखकारी ॥

महादेव देवोंके अधिपति फणिपति-भूषण अति साजै ।
दीप्त ललाट लाल दोउ लोचन उर आनत ही दुख भाजै ॥

परम प्रसिद्ध पुनीत पुरातन महिमा त्रिभुवन-विस्तारी ।
भोलेनाथ भक्त-दुखगंजन भवभंजन शुभ सुखकारी ॥

ब्रह्मा-विष्णु-महेश-शेष मुनि-नारद आदि करत सेवा ।
सबकी इच्छा पूरन करते नाथ सनातन हर देवा ॥

भक्ति-मुक्तिके दाता शंकर नित्य-निरंतर सुखकारी ।
भोलेनाथ भक्त-दुखगंजन भवभंजन शुभ सुखकारी ॥

महिमा इष्ट महेश्वरको जो सीखे सुने नित्य गावै ।
अष्टसिद्धि-नवनिधि सुखसम्पति स्वामिभक्ति मुक्ती पावै ॥

श्रीअहिभूषण प्रसन्न होकर कृपा कीजिये त्रिपुरारी ।
भोलेनाथ भक्त-दुखगंजन भवभंजन शुभ सुखकारी ॥

।।इति श्री भोलेनाथ जी की आरती समाप्त।।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें