श्री गणेश जी की आरती-4

Ganesh Ji

आरती जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति

सुखकर्ता दुःखहर्ता वार्ता विघ्नाची नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची कंठी झलके माल मुक्ता फलांची |
जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव

जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति दर्शन मात्रे मन कामना पूर्ती |
जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव

रत्नखचित फरा तुज गौरीकुमरा चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
हीरे जड़ित मुकुट शोभतो बरा रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया |
जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव

जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति दर्शन मात्रे मन कामना पूर्ती |
जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव

लम्बोदर पीताम्बर फणिवर बंधना सरल सोंड वक्र तुंड त्रिनयना
दास रामाचा वाट पाहे सदना संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुर वर वंदना |
जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव

जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ति दर्शन मात्रे मन कामना पूर्ती |
जयदेव जयदेव जयदेव जयदेव

।।इति श्री गणेश आरती समाप्त।।

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