हनुमान गायत्री मंत्र

Hanuman Ji Colors of Bhakti

श्री हनुमान जी के गायत्री मंत्र बहुत ही अधिक प्रभावशाली मंत्रो में से एक है। इन गायत्री मंत्रों का प्रभाव बहुत ही शीघ्रता से होता है। श्री हनुमान जी के गायत्री मंत्र को करने समस्त विपत्तियां , दुख , दोष , भय आदि विभिन्न प्रकार की व्याधियां समाप्त हो जाती है। श्री हनुमान जी के गायत्री मंत्र के जाप से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता हैऔर मानसिक कष्ट दूर होते हैं।

हनुमान गायत्री मंत्र को करने की विधि:
सर्वप्रथम मंगलवार या शनिवार में किसी शुभ मुहूर्त का चुनाव करें। उसके बाद एक निश्चित स्थान जो कि शांति वाला हो और गुप्त हो उसे तय करें। ध्यान रहे अगर आप मंत्र को सिद्ध करना चाहते है तो स्थान न बदले । किसी द्वेष ,बुरा करना आदि की इच्छाओं को लेकर इसका जाप न करें। इसका जाप सदैव सकारात्मकता के साथ किया जाना चाहिए।

हनुमान जी के तीन मुख्य गायत्री मंत्र इस प्रकार हैं।

ॐ आंजनेयाय विद्महे महाबलाय धीमहि तन्नो मारुति: प्रचोदयात ।

ॐ रामदूताय विद्महे कपिराजाय धीमहि तन्नो हनुमत प्रचोदयात ।

ॐ अंजनिसुताय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो मारुति: प्रचोदयात ।


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